एक पत्र
समस्त दिव्य शक्तियों का दवा करने वालों, बाबाओं, योगियों, धर्म-गुरुओं और
ज्योतिषियों के नाम
(यदि आप इनमें से कोई नहीं हैं, तो आपसे निवेदन है की अगर आप किसी ऐसे महापुरुष को जानते हैं, तो कृपया करके इस पत्र को उनतक पहुँचाने की कृपा करें)
जी प्रणाम,
आप तो जानते ही हैं की ये वैज्ञानिक युग है, तंत्र-मंत्र और साधना पर विज्ञान विश्वास नहीं करता. पर किसी के विश्वास करने या न करने से सत्य नहीं बदल जाता. आज भी बहुत से लोग हैं जो इनपर विश्वास करते हैं. पर विज्ञान हर चीज का प्रमाण मांगता है. और विज्ञान को आजतक कोई प्रमाण नहीं मिला है जिससे वो तंत्र-मंत्र, साधना और इसी प्रकार की अन्य दिव्य शक्तियों को सत्य घोषित कर सके. ऐसा करने के लिए इन विद्याओं के किसी वास्तविक ज्ञाता की आवश्यकता है. अगर आप में ऐसी कोई भी दिव्य शक्ति है तो आपको इसे विज्ञान के समक्ष प्रमाणित करना चाहिए.
अगर वास्तव में तंत्र-मंत्र और साधना में शक्ति है तो इसे विज्ञान के सामने सिद्ध करना पड़ेगा. और अगर ये सभी कुछ विज्ञान के सामने सिद्ध हो गया तो फिर सभी इसपर विश्वास करेंगे और ये सारा ज्ञान कभी लुप्त भी नहीं होगा. और अगर ऐसा हो गया तो विज्ञान और आध्यात्म के बीच होनी वाली बहसें सदा के लिए खत्म हो जायेंगी. और फिर विज्ञान और आध्यात्म मिलकर इस ब्रह्माण्ड के रहस्यों को सुलझानें का प्रयास करेगा. कृपया करके इन बातों पर गंभीरता से विचार करिये और अपनी किसी भी शक्ति को विज्ञान के समक्ष प्रमाणित कीजिए, ताकि प्राचीन ज्ञान कभी भी लुप्त न होने पाए. अगर ऐसा नहीं किया जायेगा विज्ञान हमेशा प्राचीन मान्यताओं की खिल्ली उड़ाता रहेगा, और इन सभी विद्याओं को सिर्फ एक ढोंग और अन्धविश्वास की संज्ञा देता रहेगा. यदि आप चाहें तो विज्ञान की इन धारणाओं को बदल सकते हैं. सत्य क्या है ये तो इन विद्याओं का कोई ज्ञाता ही जान सकता है. क्या इन तंत्र-मंत्र और साधनाओं में वास्तव में शक्तियां होती हैं या ये सिर्फ एक ढोंग और दिखावा ही है. इसीलिए मेरी आप सभी से जो इन विद्याओं को जानने का दावा करते हैं, ये प्रार्थना है की आप सिर्फ अपने निजी स्वार्थ के लिए इस समाज को गर्त में न ले जायें और व्यर्थ में उनमें अन्धविश्वास न पैदा करें और विज्ञान का साथ दें. अगर वास्तव में ये विद्याएँ सत्य हैं तो इसे विज्ञान के समक्ष प्रमाणित करें.
अगर आप मेरी बातों से सहमत हैं और इन विद्याओं को विज्ञान के समक्ष प्रमाणित करना चाहते हैं, हम आपको एक जानकारी देना चाहेंगे की आप यह कैसे कर सकते हैं.
इसके लिए आप James Randi का चैलेन्ज स्वीकार कर सकते हैं. James Randi ने इन बातो को विज्ञान के आगे सिद्ध करने पर 1,000,000 US$ यानि तकरीबन पांच करोड़ रूपए का इनाम रक्खा है. इसके बारे में आप यहाँ से पढ़ सकते हैं... Click Here
अगर आप ज्यादा दूर नहीं जाना चाहते हैं तो आपको जानकारी देना चाहेंगे की भारत में ही एक संस्था है जिसका नाम है पंजाब तर्कशील सोसाइटी. इस संस्था की कुल 22 शर्तें हैं, जिसमें से एक शर्त भी पूरा करने पर आपको संस्था की ओर से बीस लाख रूपए दिए जायेंगे. अगर आप इस सोसाइटी की शर्त स्वीकार करने के लिए तैयार हैं तो इसके लिए आपको पाँच हजार रूपए संस्था में जमानत के तौर पर जमा करने होंगे. उसके बाद उनकी टीम आपका प्रदर्शन देखेगी. अगर आप अपनी बात सिद्ध कर देते हैं तो आपको बीस लाख रूपए के इनाम के अतिरिक्त आपकी पाँच हजार रूपए जमानत राशि भी लौटा दी जायेगी. परन्तु यदि आप अपनी बात सिद्ध नहीं कर पाते हैं तो संस्था का समय बरबात करने के कारण आपकी पाँच हजार रूपए की जमानत राशि जब्त कर ली जायेगी. इस संस्था की समस्त जानकारी और नियम व शर्तों के लिए यहाँ क्लिक करें... उनकी ये 22 शर्तें निम्नलिखित हैं-
इसके
अतिरिक्त अब्राहम कुवंर ने भी ऐसी ही चुनौती दी है.
कुल मिलकर बात सिर्फ पैसो की ही नहीं हैं, ये बात है समस्त मानव सभ्यता की. पैसे तो एक चुनौती के तौर पर दिए जा रहे हैं क्यूंकि विज्ञान चमत्कार, ज्योतिष शास्त्र, तंत्र-मंत्र विद्या इत्यादि, को सिर्फ एक ढोंग और अन्धविश्वास मानता है. अगर उसके सामने ये सारी बाते सिद्ध हो जाएँ तो इसमें गलत ही क्या है.
अब आपसे विनती है की कृपया आप मेरी इन बातो पर विचार करें और समाज को एक प्रगतिशील राह पर ले जाएँ.
धन्यवाद
अनमोल साहू
(यदि आप इनमें से कोई नहीं हैं, तो आपसे निवेदन है की अगर आप किसी ऐसे महापुरुष को जानते हैं, तो कृपया करके इस पत्र को उनतक पहुँचाने की कृपा करें)
जी प्रणाम,
आप तो जानते ही हैं की ये वैज्ञानिक युग है, तंत्र-मंत्र और साधना पर विज्ञान विश्वास नहीं करता. पर किसी के विश्वास करने या न करने से सत्य नहीं बदल जाता. आज भी बहुत से लोग हैं जो इनपर विश्वास करते हैं. पर विज्ञान हर चीज का प्रमाण मांगता है. और विज्ञान को आजतक कोई प्रमाण नहीं मिला है जिससे वो तंत्र-मंत्र, साधना और इसी प्रकार की अन्य दिव्य शक्तियों को सत्य घोषित कर सके. ऐसा करने के लिए इन विद्याओं के किसी वास्तविक ज्ञाता की आवश्यकता है. अगर आप में ऐसी कोई भी दिव्य शक्ति है तो आपको इसे विज्ञान के समक्ष प्रमाणित करना चाहिए.
अगर वास्तव में तंत्र-मंत्र और साधना में शक्ति है तो इसे विज्ञान के सामने सिद्ध करना पड़ेगा. और अगर ये सभी कुछ विज्ञान के सामने सिद्ध हो गया तो फिर सभी इसपर विश्वास करेंगे और ये सारा ज्ञान कभी लुप्त भी नहीं होगा. और अगर ऐसा हो गया तो विज्ञान और आध्यात्म के बीच होनी वाली बहसें सदा के लिए खत्म हो जायेंगी. और फिर विज्ञान और आध्यात्म मिलकर इस ब्रह्माण्ड के रहस्यों को सुलझानें का प्रयास करेगा. कृपया करके इन बातों पर गंभीरता से विचार करिये और अपनी किसी भी शक्ति को विज्ञान के समक्ष प्रमाणित कीजिए, ताकि प्राचीन ज्ञान कभी भी लुप्त न होने पाए. अगर ऐसा नहीं किया जायेगा विज्ञान हमेशा प्राचीन मान्यताओं की खिल्ली उड़ाता रहेगा, और इन सभी विद्याओं को सिर्फ एक ढोंग और अन्धविश्वास की संज्ञा देता रहेगा. यदि आप चाहें तो विज्ञान की इन धारणाओं को बदल सकते हैं. सत्य क्या है ये तो इन विद्याओं का कोई ज्ञाता ही जान सकता है. क्या इन तंत्र-मंत्र और साधनाओं में वास्तव में शक्तियां होती हैं या ये सिर्फ एक ढोंग और दिखावा ही है. इसीलिए मेरी आप सभी से जो इन विद्याओं को जानने का दावा करते हैं, ये प्रार्थना है की आप सिर्फ अपने निजी स्वार्थ के लिए इस समाज को गर्त में न ले जायें और व्यर्थ में उनमें अन्धविश्वास न पैदा करें और विज्ञान का साथ दें. अगर वास्तव में ये विद्याएँ सत्य हैं तो इसे विज्ञान के समक्ष प्रमाणित करें.
अगर आप मेरी बातों से सहमत हैं और इन विद्याओं को विज्ञान के समक्ष प्रमाणित करना चाहते हैं, हम आपको एक जानकारी देना चाहेंगे की आप यह कैसे कर सकते हैं.
इसके लिए आप James Randi का चैलेन्ज स्वीकार कर सकते हैं. James Randi ने इन बातो को विज्ञान के आगे सिद्ध करने पर 1,000,000 US$ यानि तकरीबन पांच करोड़ रूपए का इनाम रक्खा है. इसके बारे में आप यहाँ से पढ़ सकते हैं... Click Here
अगर आप ज्यादा दूर नहीं जाना चाहते हैं तो आपको जानकारी देना चाहेंगे की भारत में ही एक संस्था है जिसका नाम है पंजाब तर्कशील सोसाइटी. इस संस्था की कुल 22 शर्तें हैं, जिसमें से एक शर्त भी पूरा करने पर आपको संस्था की ओर से बीस लाख रूपए दिए जायेंगे. अगर आप इस सोसाइटी की शर्त स्वीकार करने के लिए तैयार हैं तो इसके लिए आपको पाँच हजार रूपए संस्था में जमानत के तौर पर जमा करने होंगे. उसके बाद उनकी टीम आपका प्रदर्शन देखेगी. अगर आप अपनी बात सिद्ध कर देते हैं तो आपको बीस लाख रूपए के इनाम के अतिरिक्त आपकी पाँच हजार रूपए जमानत राशि भी लौटा दी जायेगी. परन्तु यदि आप अपनी बात सिद्ध नहीं कर पाते हैं तो संस्था का समय बरबात करने के कारण आपकी पाँच हजार रूपए की जमानत राशि जब्त कर ली जायेगी. इस संस्था की समस्त जानकारी और नियम व शर्तों के लिए यहाँ क्लिक करें... उनकी ये 22 शर्तें निम्नलिखित हैं-
1.
Read
the serial number of a sealed-up currency note.
2.
Produce
an exact replica of a currency note.
3.
Stand
stationary on burning cinders for half a minute without blistering the feet
with the help of his god.
4.
Materialise
from nothing an object we ask.
5.
Move
or bend a solid object using psychokinetic power.
6.
Read
the thought of another person using telepathic powers.
7.
Make
an amputated limb grow even one inch by prayer, spiritual powers, Lourdes
water, holy ash, prayer, blessings etc.
8.
Levitate
in the air by Yogic power or any other power.
9.
Stop
the heart beat for five minutes by Yogic power.
10.
Walk
on water.
11.
Leave
the body in one place and materialise in another place.
12.
Stop
breathing for thirty minutes by Yogic power.
13.
Develop
creative intelligence or get enlightened through transcendental or any other
type of meditation.
14.
Speak
an unknown language as a result of rebirth or by being possessed by holy or
evil spirit.
15.
Produce
a spirit or ghost to be photographed.
16.
Disappear
from a film when photographed as Uri Geller claimed.
17.
Get
out of a locked room by divine power.
18.
Increase
the quantity by weight of a substance.
19.
Detect
a hidden object.
20.
Convert
water into petrol or wine.
21.
Convert
wine into blood.
22.
Pick
out correctly – Within a Margin of five percent error – those males, females,
the living and the dead from a set of ten palm prints or ten astrological
charts giving the exact time of birth correct the minute, and places of birth
with their latitudes and long longitudes.
कुल मिलकर बात सिर्फ पैसो की ही नहीं हैं, ये बात है समस्त मानव सभ्यता की. पैसे तो एक चुनौती के तौर पर दिए जा रहे हैं क्यूंकि विज्ञान चमत्कार, ज्योतिष शास्त्र, तंत्र-मंत्र विद्या इत्यादि, को सिर्फ एक ढोंग और अन्धविश्वास मानता है. अगर उसके सामने ये सारी बाते सिद्ध हो जाएँ तो इसमें गलत ही क्या है.
अब आपसे विनती है की कृपया आप मेरी इन बातो पर विचार करें और समाज को एक प्रगतिशील राह पर ले जाएँ.
धन्यवाद
अनमोल साहू