सोमवार, जनवरी 24, 2011

मूलांक 1 के लोगोँ का चरित्र


( आप अपना मूलांक अपनी जन्म की तारीख से ज्ञात कर सकते हैं. इसके लिए आप अपने जन्म की तारीख के सभी अंकों को आपस में जोड़ दीजिए. जैसे अगर आपकी जन्म की तारीख 21 मई है, तो यहाँ मई से कोई लेना-देना नहीं है. आप सिर्फ तारीख 21 के अंको को आपस में जोड़ दें, तो आपका मूलांक तीन ( 2+1=3 ) होगा. किसी का भी मूलांक ज्ञात करने के लिए आपको अंको को बार-बार जोड़कर केवल एक अंक वाली संख्या प्राप्त करनी है. वही एक अंक वाली संख्या आपका मूलांक होगा. जैसे अगर किसी की जन्म तारीख 29 है तो उसका मूलांक दो (2+9=11) , (1+1=2) होगा. )

मूल अंक 1 वाले के बारे मे जानकारी :-

अंक स्वामी :- सुर्य

विशिष्ट समय :- 21 मार्च से 28 अप्रेल तक तथा 21 जुलाई से 28 अगस्त

जिन व्यक्ति का जन्म किसी भी मास की 1 ,10 ,19 ,व 28 तारिखो मे हुआ हो उनका मुलांक 1 होता है .इस तारिखों के अलावे अगर किसी और संख्या का योग 1 होता हो तो यह लाभदायक होता है . अंक एक अद्वैत का प्रतीक है इसलिये यह बहुत ही श्रेष्ट है .इसका स्वामी ग्रह सुर्य है .इस अंक वाले की प्रवृति रचनात्मक होती है .यह सदा स्वंतत्र रहना चाहता है .इसका अपना व्यक्तित्व होता है .कभी कभी इनके विचारो मे इतनी दृढ्ता आ जाती है कि उसे हठी भी कहा जा सकता है . तारिख 1, 10, 19, 28, और 21 मार्च से 28 अप्रेल तक तथा 21 जुलाई से 28 अगस्त साथ हि साथ 2, 4, 7, 11, 13, 16, 20, 22, 25, 29, 31 को कार्य करें तो मनोकुल फल मिलने की सम्भावना ज्यादा होती है .अगर इन तारिखो को दिन रविवार या सोमवार हो तो फल ज्यादा आपके अनुसार होगा . उपरोक्त तारिखो को पैदा लिये व्यक्ति के साथ सम्बन्ध अच्छे होते है. अगर सम्भव हो तो इन व्यक्तियो को पीला रंग इस प्रकार से पहनना चाहिये कि वह शरीर को स्पर्श करें . इन आदमी को शहद का ज्यादा से ज्यादा सेवन करना चाहिये .लौंग ,केसर ,किशमिश ,नींबु ,संतरे ,छुहारे ,अदरक जौं ,आदि लाभदायक होता है .

स्वाभाव और गुण :-

1. मूलांक 1 वाले आदमी गजब के साहसी और सहनशील होते है. विपरीत परिस्थितियो मे भी निरंतर संघर्ष करते रहना इनके लिये सहज है.
2. नेतृत्व करने के गुण इनमे जन्मजात होते है. बचपन मे सथियों बाद मे समाज और गृहस्थ जीवन का नेतृत्व करते है.
3. समाज के दृष्टि से ये सर्वाधिक विश्वस्त आदमी होते है .क्योंकि ये अपने निश्चय पे अडिग रहते है. कोई इसे अपने निश्चय से हिला नही सकता.
4. ये अंक वाले ,कोइ भी नौकरी करते हो या व्यापार करते हो, उचें से उचें पहुच कर ही रहेंगे.
5. सुन्दर और सुरुचिपुर्ण जीवन ही इन्हे पसन्द है. अस्त व्यस्त और फुहड़पन इन्हे पसन्द नही है .क्योकि ये सौन्दर्य प्रेमी और कलापुजारी होते है .
6. इनका व्यक्तित्व एवं जीवन सदा स्वंतत्र होता है. किसी के धौंस सह नही सकते .
7. धन कमाने मे जितना मेहनत करते है उतना ही लुटाने मे खुला हाथ होते है. इसलिये इनके पास धन नही टिकता है.
8. ये अपने लक्ष्य के प्रति सदा सजग एवं सचेष्ट रहते है, क्योकि इनका लक्ष्य निश्चित होता है.
9. चाटुकारिता और झूठी खुशामद इन्हे पसन्द नही, दो टूक बात कह देना इनका स्वभाव है
10. मित्र बनाने की कला कोई इनसे सीखे, अपरिचित आदमी को भी मित्र बना लेते है. जिससे इन्हे प्रशंशा भी मिलती है.
11. ये अत्यंत महत्वाकांक्षी भी होते है, इनका व्यक्तित्व बहुत ही प्रभवशाली होता है.
12. ये निश्च्य लेने मे दक्ष होते है, और किसी भी निर्णय को तुरंत ले लेते है जो की प्राय: सही ही होता है.
13. ये अपने किसी भी कार्य मे किसी की हस्तक्षेप पसन्द नही करते है. हर समय कोई इन्हे टोकता रहे या सुझाव देता रहे ये इन्हे पसन्द नही होता है.
14. इनका मस्तिष्क उर्वर होता है और ये कार्य – आयोजक भी होते है.
15. ये स्वभाव से हसंमुख होते है तथा दुसरे को फौरन अपनी ओर आकर्षित कर लेते है.
16. नवीनता की खोज मे लगे रहना और विलक्षण एवं अद्भुत कार्य करना ,इनकी विशेषता है. नई सूझ बूझ की मौलिकता इनके ग़ुण है. हमेशा नया करना इनको अच्छा लगता है.

इस अंक वाले के लिये कुछ सावधानियां :-

1. हठ और निरंकुशता ,इस अंक वाले के लिये खतरे की घंटी है. इससे बचें
2. नारी के प्रेमपाश मे ना रहे वरना आप बदनाम हो सकते है.
3. व्यर्थ के दिखावे से भी बचें नही तो कभी कभी धन की कमी महसुस करेंगे.
4. मित्रो और सम्बनधियो से सावधान खास कर धन के मामले मे वरना परेशानी मे आ जायेंगे.
5. अपने मूल अंक वाले से ही दोस्ती करें. 4 अंक वाला भी आपका दोस्त हो सकता है.

देवता, ध्यान, मंत्र एवं व्रत उपवास

इस अंक का देवता सुर्य है इसलिये इन्हे प्रात: उठ्कर सुर्य दर्शन करना चाहिये .और अगर ऐसा सम्भव ना हो तो मणिक जड़ी अपनी अंगुठी के ही दर्शन कर लें.इसके बाद ही अपना दैनिक काम शुरु करें . जब ज्यादा उलझन महसुस करें तो सुर्य का ध्यान करें और 108 बार इस मंत्र का जाप करें
ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय नम:
आपकी परेशानी दूर हो जायेगा और आपके कार्य जरुर पुर्ण होंगे . अच्छा रहेगा के रविवार का व्रत रखें और एक हि समय भोजन करें ,भोजन मे केवल मीठा ही लें नमकीन नही ,इस तरह से आपकी समस्या दूर होगी .

मूलांक 2 के लोगोँ का चरित्र


( आप अपना मूलांक अपनी जन्म की तारीख से ज्ञात कर सकते हैं. इसके लिए आप अपने जन्म की तारीख के सभी अंकों को आपस में जोड़ दीजिए. जैसे अगर आपकी जन्म की तारीख 21 मई है, तो यहाँ मई से कोई लेना-देना नहीं है. आप सिर्फ तारीख 21 के अंकों को आपस में जोड़ दें, तो आपका मूलांक तीन ( 2+1=3 ) होगा. किसी का भी मूलांक ज्ञात करने के लिए आपको अंकों को बार-बार जोड़ कर केवल एक अंक वाली संख्या प्राप्त करनी है. वही एक अंक वाली संख्या आपका मूलांक होगा. जैसे अगर किसी की जन्म तारीख 29 है तो उसका मूलांक दो (2+9=11) , (1+1=2) होगा. )


जन्म तारिखें:- 2, 11, 20, 29

अंक का स्वामी ग्रह:- चन्द्रमा

विशिष्ट समय:- 20 जून से 27 जुलाई

विशिष्ट वार:- रविवार, सोमवार, शुक्रवार.

इस अंक वाले मे सुर्य के स्त्रियोचित गुण विद्यमान रहते है. इस अंक वाले लोग सहिष्णु, कल्पनाशील, कलात्मक, प्रवृति और रोमंटिक होते है. अंक 1 के ही भांति ये अनुवेषक प्रवृति के होते है किंतु अपने विचारों को 1 अंक वालों की तरह क्रियांवित नही कर पाते है. इसके गुण शारीरिक से ज्यादा बौद्धिक रूप मे अधिक परिलक्षित होते है. अंक 2 वाले व्यक्तियों के गुण सबसे ज्यादा अधिक हो जाते है जब वे 20 जून और 20 जुलाई के मध्य पैदा हुये होते है.इस अंक वाले लोगों का 1 अंक वाले के साथ खूब बनती है जबकि 7 16 25 तारिख को पैदा हुये लोगो के साथ उतनी नही बनती है. इनके लिये शुभ तारिखें होती है 2, 11, 29, इसके बाद आते है 1, 4, 7, 10, 13, 16, 19, 22, 25, 28, 31 . अगर इन तारिखो मे दिन रविवार, सोमवार और शुक्रवार आयें तो सोने पे सुहागा है. जिन दो प्रमुख कमियो से इस अंक वाले को बचना चाहिये वो है, अपने विचारों और योजनाओं के प्रति उद्विग्नता, अस्थिरता, निरंतरता का अभाव और आत्मविश्वास की कमी. ये अत्यधिक संवेदनशील होते है. अगर इनको इन के मनोकुल महौल ना मिलें तो ये शीघ्र निराश हो जाते है.

स्वाभाव गुण:-
ॐ दो अंक वाले लोग सभ्य, सहृदय, सुशील, मृदुभाषी होते है.
ॐ ये दुसरे के मन के भेद को जान लेते है.
ॐ चन्द्र तत्व की प्रधानता के कारण इसका स्वाभाव कुछ स्त्रैण है इसलिये ये स्त्रीयों से ज्यादा घुल मिल जाते है.
ॐ इन्हे हर समय कोई ना कोई अवश्य चाहिये, जिसके अभाव मे इनके बहुत से काम रुके रहते है. पत्नी इन्हे सुशिक्षित मिलती है, परंतु अत्यधिक कल्पनाशील होने के कारण कई बार पति पत्नी मे मन्मुटाव हो जाना सम्भव है. ऐसी स्थिति मे ये आदमी कुछ भी कर जाते है.
ॐ अगर ये किसी समुन्द्र किनारे वाले शहर मे रहे तो इनका भाग्य और भी ज्यादा चमकेगा.
ॐ इस अंक वाले लोग भी मित्र बनाने मे सक्षम है, परंतु इनको हमेशा अच्छे मित्र की कमी खटकती रहती है.
ॐ इनमे आत्मविश्वास की कमी होती है और थोड़ी थोड़ी देर मे ही इनके विचारो मे परिवर्तन होते रहते है.
ॐ ये सौन्दर्य प्रेमी भी होते है.

सावधानी :-
1. इस अंक वाले जो कुछ भी सोचते विचारते है, एक बार उसके गुण अवगुण जानकर उस पर स्थिर रहें ना कि अधूरा छोड़ कर मन विचलित करें. एक काम मे मन लगायें.
2. अपने आत्मविश्वास को जानें. हीनभावना से बचें, क्योंकि आप कुछ भी कर सकते है.
3. उतावलापन छोड़ कर संकट के समय चित्त और बुद्धि से काम लें, अच्छा महौल जल्द ही मिल जायेगा.
4. जहां तक हो सके जरुरत भर ही भावुक हो.
5. सभी व्यक्तियो को मित्र बनाने का प्रयत्न ना करें .
6. नारी से ज्यादा प्रेम ना जतायें वरना बदनाम हो सकतें है.

देवता, ध्यान, व्रत और उपवास:-
इस अंक वाले का प्रधान देवता शिव है. अपने घर मे शिव की मुर्ति लगायें और प्रात: दर्शन करें. सम्भव हो तो मोतीजड़ी अंगुठी का दर्शन करें.

मूलांक 3 के लोगोँ का चरित्र

( आप अपना मूलांक अपनी जन्म की तारीख से ज्ञात कर सकते हैं. इसके लिए आप अपने जन्म की तारीख के सभी अंकों को आपस में जोड़ दीजिए. जैसे अगर आपकी जन्म की तारीख 21 मई है, तो यहाँ मई से कोई लेना-देना नहीं है. आप सिर्फ तारीख 21 के अंकों को आपस में जोड़ दें, तो आपका मूलांक तीन ( 2+1=3 ) होगा. किसी का भी मूलांक ज्ञात करने के लिए आपको अंकों को बार-बार जोड़ कर केवल एक अंक वाली संख्या प्राप्त करनी है. वही एक अंक वाली संख्या आपका मूलांक होगा. जैसे अगर किसी की जन्म तारीख 29 है तो उसका मूलांक दो (2+9=11) , (1+1=2) होगा. )


जन्म तारिखें:- 3, 12, 21, 30

अंक का स्वामी:- बृहस्पति

विशिष्ट समय:- 19 फरवरी से 20 मार्च और 21 नवम्बर से 20 दिसम्बर

विशिष्ट वार:- बृहस्पतिवार

जिन व्यक्तियों का जन्म किसी भी मास को 3, 12, 21, या 30 तारिख को हुआ हो, उनका मुलांक 3 होगा. इस अंक का स्वामी ग्रह बृहस्पति है. ज्योतिषशास्त्र और अंक विद्या मे इस अंक को महत्वपुर्ण माना जाता है. इस अंक वाले लोग मुलांक 3 की तरह सहासी और मह्त्वाकंक्षी होते है. इस अंक वाले की अपने मुलांक वाले से अच्छी मित्रता होती है और यही अंक इसके लिये लाभदायक होता है.

विशेषतायें:-
इस अंक वाले व्यक्ति जो भी कार्यक्षेत्र चुनें उसमे उच्च शिखर तक पहुंच जाते है. सेना या जल सेना, सरकारी नौकरी या सामान्य जीवन मे विशेष सफल होते है. विश्वसनीयता वाले और उत्तरदायित्व वाले पदों पर इनकी धाक जमती है, क्योकि अपने कर्तव्यपालन के प्रति ये लोग बहुत ही निष्ठावान होते है. परंतु इनकी कुछ कमजोरी भी होती है. इन लोगो मे तानाशाही प्रवृति ज्यादा हो जाती है. ये स्वय़ं कानून बनाने लगते है. उन कानूनो को पालन कराने के लिये अड़ जाते है. इनका प्रयास होता है कि इनके विचारो को क्रियात्मक रूप दिया जाय. इसी कारण झगड़ालू प्रवृति के नही होते हुये भी ये दुश्मन बना लेते है. इस अंक वाले लोग बहुत ही स्वाभिमानी होते है अत: किसी प्रकार का एहसान लेना पसन्द नही करते है. ये पुर्ण रूप से स्वतंत्र होते है और जरा सा भी प्रतिबन्ध होने पर क्रोधित हो जाते है.
दिन, तारिख चर्चा:-
इस अंक वाले व्यक्तियों को अपने अंक के साथ मेल खाते हुये दिनो मे ही कार्य और योजनाओं को क्रियांवित करना चाहिये. ऐसे दिन है 3, 12, 21, 30 .यदि वे अंक 3 के समय के है तो यह और ज्यादा प्रभावशाली होता है. इसके उपरांत 6, 9, 15, 18, 24 और 27 है. अगर इन तारिखो मे दिन बृहस्पति, शुक्र और मंगलवार हो तो सोने पे सुहागा. इस अंक वाले की अपने ही अंक वाले से पटती है. साथ मे इन अंक वालो से भी इनकी पटती है – 3, 12, 21, 30, 6, 15, 24, 9, 18, 27.

गुण:-
ॐ इस अंक वाले लोग स्पष्टवादी और महत्वाकांक्षी होते है. ये किसी के भी अधीन कार्य नही करना चाहते. छोटा कार्य करना भी इन्हे पसन्द नही होता है, ये हमेशा उचे से उचे पद को प्राप्त करना चाहते है.
ॐ अगर इनकी आशायें पुरी नही होती तो ये शीघ्र निराश हो जाते है.
ॐ इनको सामाजिक मान-मर्यादा का हमेशा ख्याल रहता है.
ॐ इनकी हमेशा इच्छा होती है कि इनके अन्दर ज्यादा से ज्यादा लोग कार्य करें और इनको ज्यादा अधिकार मिले.
ॐ अपने विचारो को ये अच्छी तरह से व्यक्त कर सकते है, और दुसरो को प्रभावित कर सकते है साथ ही साथ किसी से काम भी निकलवा सकते है.
ॐ इस अंक वाले के पास धन तो बहुत आता है लेकिन ये संग्रह नही कर सकते है. धन के प्रति इनको चिंता नही होती लेकिन धन ना होने पर चिंतित जरूर होते है.
ॐ इस अंक वाले व्यक्ति थोड़े अभिमानी भी होते है.
ॐ ये किसी दुसरे का एहसान लेना पसन्द नही करते है.

सावधानी:-
1. आप दुसरे के धन और विद्वता से ईर्ष्या ना करें, क्योकि आप देखते देखते ना तो रईस बन सकते है, ना ही किसी विद्या मे निपुण हो सकते है. धैर्य रखें.
2. अधिक व्यय करने की प्रवृति से बाज आयें. वरना कष्ट मे पड़ सकते है.
3. आप अपने रहन सहन के ढ़ंग को दीन-हीन ना होने दें. ओछे लोगों से सम्पर्क ना रखें.

देवता, ध्यान, मंत्र और व्रत-उपवास-
यदि आप परेशान हैं तो बृहस्पति के इस मंत्र का जाप करें. इससे आपको शीघ्र शांति का अनिभव होगा.
ॐ बृहस्पतये नम:

मूलांक 4 के लोगोँ का चरित्र


( आप अपना मूलांक अपनी जन्म की तारीख से ज्ञात कर सकते हैं. इसके लिए आप अपने जन्म की तारीख के सभी अंकों को आपस में जोड़ दीजिए. जैसे अगर आपकी जन्म की तारीख 21 मई है, तो यहाँ मई से कोई लेना-देना नहीं है. आप सिर्फ तारीख 21 के अंकों को आपस में जोड़ दें, तो आपका मूलांक तीन ( 2+1=3 ) होगा. किसी का भी मूलांक ज्ञात करने के लिए आपको अंकों को बार-बार जोड़ कर केवल एक अंक वाली संख्या प्राप्त करनी है. वही एक अंक वाली संख्या आपका मूलांक होगा. जैसे अगर किसी की जन्म तारीख 29 है तो उसका मूलांक दो (2+9=11) , (1+1=2) होगा. )


जन्म तारिखें :- 4 ,13,22,व 31

अंक का स्वामी :- हर्षल {URANUS}

विशिष्ट समय :- 21 जून से 22 अगस्त

विशिष्टतायें :-
अंक 4 अरुण ग्रह अथवा नक्षत्र का द्योतक है .इसका सम्बन्ध सुर्य तथा अंक 1 से माना गया है.इस अंक के व्यक्ति विशेष चरित्र वाले होते है .हर्षल सुर्य के समान गुण वाला है .इसका स्वाभाव सहसा प्रगति ,विस्फोट ,आश्चर्यजनक कार्य और जीवन मे ऐसी घटनायें होना ,जो सर्वथा असम्भव होती है . जिन व्यक्तियों का मूलांक 4 होता है ,उसके जीवन मे अचानक ही ऐसे उतार चढ़ाव आते है जिसकी ये व्यक्ति कल्पना भी नही कर सकते है ..इन्हे अचानक ही धन प्राप्त होते है और अचानक ही पदोन्न्ति होती है और अचानक ही नौकरी से निकाला जाता है .अचानक ही दिवाला निकल जाता है .इनका जीवन विचित्रताओं और वैविध से पुर्ण होता है . इनका दिन किसी भी महिने के 4 ,13 ,22,और 31 तारिख मे तथा मेल खाने वाले अंक 1,2,7,अर्थात महिने की 2,7,10,11,16,25,18,29,हो तो और भी अधिक लाभदायक होगा .

स्वाभाव गुण :-
ये बहुत ही संवेदनशील होते है .शीघ्र ही इनकी भावनाओ को ठेस पहुचता है .अपने आपको ये अकेला महसुस करते है .ये तब तक अपने आप को हताश और निराश मह्सुस करते है जब तक कि सफलता प्राप्त ना हो जाये .प्राय: ये मित्र कम ही बनाते है लेकिन इन चन्द्र मित्रो के प्रति वफादार होते है .

विशेषतायें :-
अंक 4 वाले व्यक्ति विशिष्ट चरित्र वाले होते है .हर बात को विपरीत पक्ष से देखते है .किसी प्रकार के वाद विवाद मे वे विपक्ष मे रहते है .यद्यपि ये झगड़ालु प्रवृति के नही होते है लेकिन फिर भी विरोधी बना लेते है .कुछ ऐसे शत्रु भी बना लेते है जो चोरी छुपे इनका विरोध करते है .
1.ये प्रत्येक वस्तु को अलग ही दृष्टिकोण से देखते है .किसी बहस या परिचर्चा मे ये विरोधी रुख अपनाते है .इसी कारण लोग इनको झगड़ालु समझ सकते है .परन्तु ये ऐसे होते नही है इसलिये बहुत से इनके शत्रु हो जाते है .मित्र भी काफी बनेंगे ,परंतु इनमे से बहुत से छूट जाते है .आगे चलकर वे इनके शत्रु भी बन जायेंगे लेकिन इनका कुछ भी बिगाड़ नही पायेंगे .इनका जीवन किसी समाज सुधारक जैसा है तथा ये समाज मे प्रचलित रुढ़ियो को समाप्त करने वाले होते है .
2.धनोपार्जन मे इनको उतनी सफलता नहीं मिलती जितनी किसी दुसरे अंक वाले को मिलते है .अगर इनके पास धन आ भी जाये तो संचित नही रख पाते है .क्योकि ये पैसे को इस तरह से खर्च करते है कि लोग देख कर हैरान हो जाते है .
3.ये अपने मन के रहस्य को किसी पे भी प्रकट नही करते है .ये निकट दिनो के क्या करने वाले है किसी को भी नही पता होता है .परिवार वाले तो क्या इनके पति या पत्नि भी नही जान पाते है .
4.इनके जीवन मे ऐसे परिवर्तन आते है जो एकदम विपरीत होते है .क्रोध होने पे ये सुर्य से भी ज्यादा प्रचण्ड हो जाते है .परन्तु क्रोध उतरने के बाद मांग से भी ज्यादा नर्म हो जाते है .क्रोध के कारण कुछ व्यक्ति इनसे नाराज हो जाते है और मौका मिलते ही इनका हानि पहुचाते है .क्रोध भी जल्दी आता है और जल्दी जाता है .
5.ये काफी सम्भल कर काम करते है ,परंतु इनसे फिर भी कुछ ऐसे काम ही हो जाते है जिनका परिणाम हानिप्रद होता है ,पर कई बार उलटे सीधे काम से लाभ भी हो जाता है
6.इनको पिता से कोई भी लाभ नही मिलता है ,.अगर होगा भी तो सौ झंझट होंगे .बेटे तथा भाईयो से भी कुछ खास लाभ नही मिलेगा .बेटे देने के बजाय लेने वाले ही होंगे .
7.इनके मित्र भी इनके जैसे ही होंगे ,जो ऊचा सोचते होंगे ,समाजसुधारक ,नेता य फिर किसी अन्य पद से जुड़े लोग होंगे .इनका सुर्य से प्रभावित लोगों से मित्रता अच्छी निभती है .
8.इनका निर्णय़ लेने की क्षमता अच्छी नही होती है .प्राय: बहुत समय लग जाता है इनको किसी भी चीज को निर्णय लेने मे .इनका ये अवगुण इनको बहुत ही हानि पहुचाता है .
9.इनको हमेशा लगता है कि ये अकेले है .इनका कोइ भी साथी नही है ,वास्तव मे ये इनका भ्रम होता है .,इनके कुछ विश्वस्त मित्र अवश्य होते है .
10.इनके मन मे रईसी होती है .पैसा मिलते ही ये अपने आपको बाद्शाह समझते है और खत्म होते ही मृत्प्राय हो जाते है .
11.ये दुसरो के परामर्श बिना कुछ भी नही कर सकते है .स्वंतत्र निर्णय लेना इनके वश की बात नही है .
12.ये कई बार दुसरो को हानि पहुचा कर अपना स्वार्थ सिद्ध कर लेते है और इनहे बाद मे लगता है ये गलत है .
13.वृद्धावस्था मे धन के लिये इन्हे काफी परेशानी उठानी पड़ती है .
14.इन्हे लोगों की सहयता से ऊंचा उठने मे आसानी होगी लेकिन मनोकुल काम मिलने मे कठिनाई होगी .
15.ये कलाप्रेमी होने का आड्म्बर कारते है जबकी ये कलापारखी नही होते
16.इनकी पत्नी या पति की तबियत खाराब होगी ,इनके पेट का कष्ट होगा और वो चिड़चिड़ी होगी .
17.इन्हे किसी भी काम मे उतावलापना दिखता है .देरी इन्हे पसन्द नही है .कारण भावुक और असहिष्णु होना .

सावधानी :-
1.दुसरो की निन्दा के बजाय उनकी प्रशंसा करना सीखें .उन्नति का अवसर आने पर सजग रहें.
2.क्रोध ना करें तथा घर मे शांति का वतावरण रखें .
3.सींग वाले जानवर से दूर रहें
4.दुसरो को आश्वासन देना छोड़ दें ,जो कार्य करना है फौरन करें वरना ना कह दें
5.अपनी आय से अधिक व्य्य ना करें कुछ न कुछ बचत करें .दुसरो की शान देख कर अपने को कष्ट ना दें

देवता ,उपवास ,ध्यान और मंत्र :-
इस अंक का प्रधान देवता गणेश है .अपने घर मे इनकी मुर्ति या तस्वीर अवश्य रखे ,उसके सामने घी का दीप जरुर जलायें .धन के अभाव या अन्य किसी परेशानी मे इस मंत्र का पाठ करें
ॐ श्री ह्री क्ली गलौं गं गणपतये वरवरद सर्वजनन में वशमानव स्वाहा
इन्हे सोमवार का व्रत रखना चाहिये और गणेश जी का ध्यान करना चाहिये .व्रत के दिन गुड़् और आटे के लड्डू बना कर केवल इक बार ही भोजन करें

मूलांक 5 के लोगोँ का चरित्र


( आप अपना मूलांक अपनी जन्म की तारीख से ज्ञात कर सकते हैं. इसके लिए आप अपने जन्म की तारीख के सभी अंकों को आपस में जोड़ दीजिए. जैसे अगर आपकी जन्म की तारीख 21 मई है, तो यहाँ मई से कोई लेना-देना नहीं है. आप सिर्फ तारीख 21 के अंकों को आपस में जोड़ दें, तो आपका मूलांक तीन ( 2+1=3 ) होगा. किसी का भी मूलांक ज्ञात करने के लिए आपको अंकों को बार-बार जोड़ कर केवल एक अंक वाली संख्या प्राप्त करनी है. वही एक अंक वाली संख्या आपका मूलांक होगा. जैसे अगर किसी की जन्म तारीख 29 है तो उसका मूलांक दो (2+9=11) , (1+1=2) होगा. )


अंक 5 बुध नक्षत्र का ध्योतक है .बुध की भांति ही इसके स्वाभाव मे चंचल और अस्थिर होता है .जिन व्यक्ति का जन्म 5,14,व 23 को हुआ हो उसका मूलांक 5 होगा .इस अंक वाले व्यक्ति विलक्षण प्रतिभा और सुझबुझ वाले होते है .बुध सौम्य ,विचारवान ,बुद्धिमान ,विनोदप्रिय ,और भौतिक सुखो का ग्रह है .इस ग्रह से प्रभावित व्यक्ति तर्कशास्त्र ,ज्योतिष राज्य के स्वामी तथा सफल व्यापारी होते है .इस अंक वाले व्यक्ति अपने ही ढंग से काम करने की सोचते है .इसलिये ऐसे व्यक्ति व्यापार मे लगेंगे तो उसमे अवश्य सफल होंगे. वैसे तो ये अंक वाले काफी सौभाग्यशाली होते है ,परंतु इनके जीवन मे 5 वां ,14 ,23 ,32 ,41 ,50 ,68 ,और 77 वां वर्ष अधिक सौभाग्यशाली है .32 वें वर्ष मे बुध अपना पुर्ण प्रभाव दिखाता है . इन व्यक्तियो को अपनी योजना को उपरोक्त वर्णित तारिख 5 14 23 और 21 मई से 27 जून और 21 अगस्त से 27 सितम्बर के मध्य मानी गई है ,उन्हे क्रियाशील होना चाहिये .

स्वाभाव और गुण :-
1.इस अंक वाले व्यक्तियो का बौद्धिकता के प्रति झुकाव होता है .ऐसे व्यक्ति सदा तनाव मे रहते है .और उत्तेजना बनायें रखते है .
2.विचारो और निर्णय लेने मे ये व्यक्ति निपुण होते है .ऐसे व्यक्ति परिश्रम् पुर्ण कार्य करने से बचते है .स्वभावत: शीध्रता से धन कमा लेने के स्रोत खोजने का यत्न करते है .
3.धनोपार्जेन के नये रास्ते और तरीके इन्हे खोजने आता है .
4.इन पर शिक्षा का कोइ प्रभाव नही पड़्ता है अगर ये अच्छे है तो अच्छे है अगर बुरे है तो बुरे है ....लोगो के कहने से ये अपना स्वाभाव नही बदलते है .
5.अपने जन्म के ग्रह के समान ही ये चंचल स्वाभाव के होते है .अत: इनके चरित्र पर भाग्य अपना कोइ भी असर नही छोड़ता है .
6.अधिक समय तो कोइ भी कष्ट इन्हे तंग नही करता है .
7.ये जन्म से ही जुआरी होते है स्टाक एक्सचेंज के कार्य व्यापार मे दिलचस्पी रखते है तथा जिस कार्य की जिम्मेदारी अपने उपर लेते है उसमे कोइ भी जोखिम उठाने मे तत्पर रहते है .
8.चारित्रिक लचक गजब की होती है ,किसी भी कठिनाई मे या मुसीबतभरी ज़िन्दगी से ये बहुत जल्दी उबर जाते है .

विशेषताएं ;-
1.इस अंक वाले के विचार बहुत ही द्रुतगामी होते है .किसी भी बात का निर्णय ये तुरंत ही कर लेते है और अपने कार्य को बड़ी तेजी के साथ करते है .ये प्राय: ऐसे कार्य करने मे विश्वास करते है जिसमे धन जल्दी प्राप्त हो सके
2.ये बहुधन्धी होते है और इनका किसी एक कार्य मे मन नही लगता है .ये एक साथ कई कार्य करना चाह्ते है .इनको आय भी कई धन्धो से होता है .
3.जोखिम उठाने और किसी भी क्षेत्र मे नया अनुभव उठाने के लिये हमेशा तत्पर रहते है .,इसलिये ये प्राय: सफल होते है .
4.इन्हे आकस्मिक धन प्राप्त होने का योग है .जैसे किसी लाटरी या सट्टे से इन्हे धन प्राप्त हो सकता है .अगर हानि होती भी है तो निराश ना हो ये हानि कभी ना कभी पुरी जरुर हो जयेगी
5.इनके लिये यात्राऎ हमेशा लाभदायक होती होती है ,और इनसे इन्हे धन प्राप्ति भी होगी .
6.किसी भी काम मे इतना चिंतन मनन करते है कि नर्वस ब्रेक डाउन तनाव दिमागी सीमा तक पहुच जाते है ,शीघ्र ही क्रोधित हो जाते है .और किसी बात को सहन नही कर पाते है .
7.ये किसी भी कार्य को बहुत ही जल्दी सीख लेते है और नौकरो के भरोसे नही रहते है .समय पड़ने पे खुद ही करने लगते है लेकिन ज्यादा देर तक ऐसा नही कर पाते है .
8.ये अंक वाले व्यापर करें तो ज्यादालाभदायक होगा,ये अगर भागीदार रूप मे भी पैसा लगायेंगे तो लाभदायक होगा .ये जिसमे भागीदार होंगे लाभ पहले से ज्यादा होगा .
9.ये विभिन्न विषयो की जानकारी रखते है . उस विषय पे ये अधिकार से बोल भी सकते है .लेकिन ख्याल रहे कि किसी को अपना मत जबर्दस्ती ना थोपे .ना हि ये माने कि इनके विचार सर्वोपरि है .
10.ये उच्च वर्ग के लोगों से दोस्ती करें .कभी कभी बिना काम के भी उनसे मिलते रहे ,.ये मत सोचें कि सामने वाला क्या सोचेगा ,,,वो जो भी सोचेगा आपके हित मे ही मे होगा
11.इनका भाग्य 23 वें साल से शुरु होगा और 32 वें साल तक और अधिक मनोकुल हो जायेगा .जीवन के मध्य मे सारी सुविधाओ का सुख भोग लेंगे .
12.दोस्तो से जीवन भर दोस्ती बनाये रखें ,यही आपके काम आयेंगे ,जब रिश्तेदार नही होंगे तो ये दोस्त ही आपके काम आयेंगे .
13.ये कर्म तो करते है लेकिन भाग्यवादी भी होते है ,अत: भाग्य के महत्व को स्वीकार करते है .
14.इनके स्वाभाव मे दृढ़ता हो जाने के बाद कोइ भी इनके विचार को नही बदल सकता है .
15.अकेले होने के बाद भी इनको अकेलापन मह्सुस नही होता है कारण ये किसी को भी दोस्त बना लेते है .लेकिन सब लोगों की सहानभूति इनके लिये होती है .
16.मानसिक रूप से ये बहुत ही संवेदनशील होते है .उत्तेजना इनके स्वभाव मे होता है .दुसरो के कहने से पहले ही ये उनकी बात समझ जाते है और दिल की बात भांप जाते है .
17.घाटा अधिक होने के बाद भी ये अपने को सम्भाल लेते है .
18.नये योजना और नये आविष्कार से या नये विचार से ये धन प्राप्त आसानी से कर लेते है
19.ये अच्छे मुर्तिकार बन सकते है .
20 धन होने पे ये खूब खर्च करते है ना होने पे चुपचाप बैठ जाते है .इसी गुण के कारण ये सफलता की राह पे अग्रसर होते रहते है .

देवता और ध्यान मंत्र व्रत उपवास :-
इस अंक की अधिष्ठायी देवी लक्ष्मी देवी है .इन्हे घर मे लक्ष्मी देवी की मुर्ति या तस्वीर रखनी चाहिये .और प्रात: काल मे अगरबत्ती या दीपक जलाकर लक्ष्मी के नाम का स्मरण करें .
ॐ श्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ॐ महालक्ष्मै नम:
इस मंत्र का 108 बार नित्य जाप करें .इस से आपकी सारी मनोकामना पुरी हो जायेगी .

मूलांक 6 के लोगोँ का चरित्र


( आप अपना मूलांक अपनी जन्म की तारीख से ज्ञात कर सकते हैं. इसके लिए आप अपने जन्म की तारीख के सभी अंकों को आपस में जोड़ दीजिए. जैसे अगर आपकी जन्म की तारीख 21 मई है, तो यहाँ मई से कोई लेना-देना नहीं है. आप सिर्फ तारीख 21 के अंकों को आपस में जोड़ दें, तो आपका मूलांक तीन ( 2+1=3 ) होगा. किसी का भी मूलांक ज्ञात करने के लिए आपको अंकों को बार-बार जोड़ कर केवल एक अंक वाली संख्या प्राप्त करनी है. वही एक अंक वाली संख्या आपका मूलांक होगा. जैसे अगर किसी की जन्म तारीख 29 है तो उसका मूलांक दो (2+9=11) , (1+1=2) होगा. )

जन्म तारिख:-  6, 15, 24

अंक का स्वामी ग्रह:-  शुक्र

विशिष्ट समय:-  21 अप्रैल से 20 मई तक तथा 21 सितम्बर से 20 अक्टुबर

विशिष्ट वार:-  बुधवार तथा शुक्रवार

6 अंक वाले के लिये मंगल, बृहस्पति, और शुक्र दिन सही है. यदि इनका अंक 3, 6, 9 हो तो और भी अच्छा है. इन्हे अपने काम 6, 15, 24, या फिर 20 अप्रैल से 27 मई और 21 सितम्बर से 29 अक्टुबर के मध्य अपने काम शुरु करने चाहिये.
इस मुलांक के व्यक्तियो का स्वामी शुक्र है. इस ग्रह मे चुम्बकीय गुण है. इसलिये इस ग्रह के लोग दुसरे व्यक्तियों को अपनी ओर आकृष्ट कर लेते है. शुक्र कामदेव का प्रतीक है. इस मुलांक वाले रति क्रियाओं मे चतुर होते है. स्त्रियों से ही नही सभी सुन्दर वस्तुओं से भी प्यार करते है. इनमे मौलिक प्रेम भावना होती है, जिसे मा के प्यार की संज्ञा दी जा सकती है. ऐसे व्यक्ति तो रोमांटिक होते ही है परंतु मुख्य भावना सौन्दर्य – प्रेम की होती है. अच्छे मित्र और सुन्दर साज- सामान का इन्हे शौक होता है. कलापुर्ण चीजों से प्रेम प्रवृति के कारण ये स्वयं भी खुब सजे- धजे रहते है. फुहड़पन और गन्दी चीजें इन्हे पसन्द नही है.सुन्दर लोग स्वत: इनकी ओर आकृष्ट हो जाते है.

विशेषतायें :-
ॐ. इस अंक वाले लोग 5 मुलांक के अलावे सभी अंक वाले लोगों से मित्रता बनाने मे सक्षम है.
ॐ. इनके मुख पे हमेशा मुस्कुराहट होती है. इसी के बल पे ये दुसरो को अपना बना लेते है, परंतु इनके मन का रहस्य जानना बहुत ही मुश्किल होता है.
ॐ. आप स्वाभाव से बहुत ही चंचल है. एक विषय पर अधिक देर तक चिंतन नही कर सकते. आपको घुमने फिरने मे अधिक रुचि है और इस प्रकार के काम मे आपको सफलता भी मिलती है.
ॐ. आप जिन्हे भी प्रेम करते हो, उसके लिये सबकुछ करने को तैयार हो जाते हो.
ॐ. वैसे आप उतने धनी नही होते है परंतु खुले हाथो से खर्च करते है.
ॐ. आप ज्याद समय तक अकेले नहीं रह सकते
है.आपको मित्र मण्डली का सहारा लेना पड़ता है.
ॐ. सजना सवरना आपको अच्छा लगता है. आधुनिक कपड़ो का आपको शौक है.
ॐ. जब इनको क्रोध आता है तो ये किसी प्रकार का विरोध सहन नही करते है.
ॐ. श्वेत कपड़ो से इन्हे बहुत लगाव है और ऐसे वस्त्र इन पर बहुत फबते है.
ॐ. आप विलासिता और सुन्दरता की सामग्री जुटाते रहते है.
ॐ. अपने मकान को खुब सजा के रखते है. आतिथ्य सत्कार मे आपको बहुत मजा आता है.

स्वाभाव और गुण :-
अपने किसी भी योजना को कार्यांन्वित करने मे आप दृढ़ होते है. या युं कहें कि आप काम के लिये समर्पित होते है. शुक्र नक्षत्र से प्रभावित होते है परंतु आपका प्रेम इन्द्रियपरक होने की अपेक्षा मातृत्व भावयुक्त होता है. प्रेम के मामले मे ये रोमांटिक होते है और आदर्शवाद की ओर इनका झुकाव होता है. कुछ स्थितियो मे इनमे शुक्र की बहुत विशेषताये होती है, जैसे सौन्दर्य से प्रेम, कलात्मक भवनो के निर्माण मे एवं संगीत के प्रति रुझान आदि .. यदि इस अंक के व्यक्ति सम्पन्न हों तो उनका कला व कलाकारो के प्रति आदर दिखता है. आप अपने मित्रो को प्रसन्न करने और मनोरंजन करने मे विश्वास करते है. यदि आप गुस्से मे हों तो विपक्ष को सहन नही कर सकते है. आप जिस भी कार्य के विरुध हो जाते है या जिस भी व्यक्ति के पीछे पड़ जाते है उससे जीवन भर झगड़ते रहते है.

सावधानी ; -
किसी न किसी प्रकार की कमी या दोष तो हर इंसान मे होता है. यदि प्रत्येक व्यक्ति अपने दोषो को जान कर उसमे सुधार करें तो और ज्यादा सफल हो सकते है. मुलांक 6 वाले भी अपवाद नही है. इसको भी कुछ सावधानी रखनी चाहिये.
1. किसी भी नशे की आदत को सीमा से अधिक न करें. अगर सम्भव हो तो ना ही करें.
2. उतावलेपन से बचें. हर बात को समझने की कोशिश करें.
3. स्त्री जाति को अधिक महत्व ना दें, अधिक भोग – विलासिता के चक्कर मे ना पड़े. स्त्री जाति से ज्यादा सम्पर्क आपके लिए घातक साबित हो सकता है.
4. आपको अत्यंत मोटापे के कारण परेशानी हो सकती है.
5. हर बात पर बेकार मे ना अड़े. कभी कभी दुसरो की भी बात मान लिया करें.
6. किसी पर भी आसानी से भरोसा ना करें. उसके गुण अवगुण पर को देख कर भरोसा करें.
7.बदले की भावना मे फस कर अपने लक्ष्य से ना भटकें.

देवता, ध्यान, और व्रत- उपवास :-
इस अंक के पुरुषो को कीर्तवीर्याजुन नामक देवता की पुजा और स्त्रीयों को शुक्रवार को संतोषी माता की पुजा करनी चाहिये. इस दिन खट्टा तथा चटपटा भोजन नही करना चाहिये. पुरुषों को भी चाहिए कि संतोषी माता की पुजा करनी चाहिये.

मूलांक 7 के लोगोँ का चरित्र


( आप अपना मूलांक अपनी जन्म की तारीख से ज्ञात कर सकते हैं. इसके लिए आप अपने जन्म की तारीख के सभी अंकों को आपस में जोड़ दीजिए. जैसे अगर आपकी जन्म की तारीख 21 मई है, तो यहाँ मई से कोई लेना-देना नहीं है. आप सिर्फ तारीख 21 के अंकों को आपस में जोड़ दें, तो आपका मूलांक तीन ( 2+1=3 ) होगा. किसी का भी मूलांक ज्ञात करने के लिए आपको अंकों को बार-बार जोड़ कर केवल एक अंक वाली संख्या प्राप्त करनी है. वही एक अंक वाली संख्या आपका मूलांक होगा. जैसे अगर किसी की जन्म तारीख 29 है तो उसका मूलांक दो (2+9=11) , (1+1=2) होगा. )


जन्म तारिखें:- 7, 16, 25

अंक स्वामी:- वरुण

विशिष्ट समय:- 21 जून से 20 जुलाई

विशिष्ट वार:- रविवार और सोमवार

विशिष्टतायें:-
7 अंक वरुण का सुचक है. वरुण जल के देवता है. इसलिये जलीय गुण होने के कारण इससे प्रभावित व्यक्ति ठण्डे दिमाग वाले संतोष वृत्ति के सहिष्णु व्यक्ति होते है. जिस तरह जल बहुत ही भुभाग मे फैला हुआ है उसी तरह इनका भी दायरा बड़ी परिधि मे फैला हुआ है. जो व्यक्ति किसी भी महिने की 7, 16, 25 तारिख मे पैदा हुआ है, वो इस ग्रह से प्रभावित होते है, तथा मुल अंक 2 वाले से इनकी बहुत पटती है. क्योकि इन दोनो अंको के स्वाम्व्व ग्रह आपस मे बहुत मित्रता और सहानुभूति रखते है. आप के लिये 7वा, 16वा, 25वा, 34वा, 43वा, 52वा, 61वा, 70वा, 80वा वर्ष शुभ होता है. इसके अतिरिक्त 1, 10, 19, 28, 37, 46, 55, 64, 73, आयु वाले साल मे भी शुभ और लाभ की उम्मीद करनी चाहिये. 7,16, 25, तारिखें तो आपके लिये शुभ है ही साथ मे 1, 2, 10, 11, 13, 19, 20, 22, 28, 29, 31 तारिखें भी आपके लिये शुभ है.

विशेषतायें:-
ॐ इनका व्यक्तित्व सामान्य व्यक्तियों से अलग होता है.
ॐ ये प्रत्येक बात पे परिवर्तन चाहते है. जल की तरह ही चंचल होते है.
ॐ आप विदेश जा सकते है तो प्रयास करना चाहिये.
ॐ ये अत्यंत भाग्यशाली होते है, परंत धन के मामले मे ये ज्यादा आकर्षित नही होते है. इनका ज्यादातर धन दान मे चला जाता है. जीवन के भौतिक पदार्थो की ओर इनका लगाव नही होता है.
ॐ धर्म के घिसी- पिटी लकीरो पे ये नही चलते है. ये किसी ऐसे धर्म का अविष्कार करते है जो भावनाओ या कल्पनाओ पे आधारित होते है.
ॐ ये स्वतंत्र प्रवृति के होते है.
ॐ ये स्वाभावत: मौलिक प्रवृति के होते है. विचारों मे मौलिकता के कारण ही छवि, लेखक, या अच्छे पत्रकार भी हो सकते है. समय होने पर ये ग्रंथ लिख डालते है जो की इनको ख्याति देता है.
ॐ जिन महिलाओं का मूल अंक 7 होता है, उन्हें भविष्य की चिंता रहती है. परंत इनका विवाह ऐसे लोगों से होता है जो इन्हे सुरक्षा और भावी जीवन मे खुशी देता है.
ॐ इनके लिये जलयात्रा लाभदायक होती है. आप आयात निर्यात जल मार्ग से करें तो आपको लाभ मिलेगा और विदेशो से सम्पर्क बढायें.
ॐ इनको अतिन्द्रिय ज्ञान भी होता है, इसलिये ये लोगों के मन की बात भांप लेते है.
ॐ इनका झुकाव गूढ़ रहस्यों की ओर होता है तथा ये भावी बातो को काफी हद तक जान भी लेते है.
ॐ मौलिक विचारो के कारण इनका मस्तिष्क उर्वर होता है. ये इसी के आधार पर हर चीज मे परिवर्तन सोचते है, जो सामाज के लिये उपयोगी हो. अगर ये सोच अध्यात्म की ओर लगा दें तो आप दार्शनिक, योगी, या उच्च विचारक बन सकते है.
ॐ इनका व्यक्तित्व चुम्बकीय होता है. लोग इनकी ओर आकृष्ट होते है.
ॐ व्यापार के सम्बन्ध मे इनकी सोच काफी गहरी होती है. अगर इस अंक वाले इसे क्रियांवित कर पायें तो बहुत लाभ होगा.

सावधानी:-
1. आप बहुत प्रतिभावान है, इसलिये दुसरो पे आश्रित ना रहें. ना किसी की सलाह पे चलें. अपने विचारो पर काम करें.
2. कोशिश करें कि अपने निजी काम को करें. अगर सरकारी काम करना भे पड़े तो सिर्फ अनुभव प्राप्त करने के लिये करें.
3. भावुक होना अच्छी बात है लेकिन ज्यादा ना ही हो तो अच्छा है. हित अहित जान कर निर्णय लें
4. प्यार के मामले आप उतने सौभाग्यशाली नही हैं इसलिये नारीयो से मित्रवत ही मिलें तो अच्छा है वरना धोखा खायेंगे.
5. अपने कीमती समय को पहचानें. बेकार के भाषाणबाजी मे ना वक्त बर्बाद करें.
6. जो आपके वश मे ना हो उस कार्य को ना करें, कार्य करते समय असावधानी ना बरतें, सम अय के अनुरुप काम करें
8. आपके विचार उर्वर है इसका ये मतलब नही है विचार जल्दी परिवर्तन कर दुसरा काम करने लगें.
9.रात मे बहुत देर तक घर से बाहर ना रहें.
10. अपनी पत्नी की अवहेलना ना करें.
11. नित्य किसी एक बिन्दु पर ध्यान लगायें.
12.भोग विलास मे ज्यादा ना उलझें. 40 के बाद आपको परेशानी हो सकती है.

देवता, ध्यान, मंत्र तथा व्रत-उपवास:-
इस अंक वाले को नरसिंह देवता की पुजा करनी चाहिये. मंगलवार को व्रत रखें. उस दिन एक बार ही खाना खायें